G20 Summit 2023, Kya hai, Theme, Logo, Host Country, Dates, Latest News, Full form, Members, Participants | जी20 क्या है, थीम,लोगो, फुल फॉर्म, शिखर सम्मेलन, सदस्य देश, समिट, बैठक
खबरों में जी20 का आयोजन , जी 20 का अठारवा सम्मेलन भारत में विशेष चर्चा का विषय है इस साल यह सम्मेलन देश की राजधानी दिल्ली में 9 से 10 सितंबर 2023 तक होगा I विश्व की दो तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाले इस संगठन का आयोजन भारत में होना एक विशेष उपलब्धि है पिछले 1 वर्षों से भारत संगठन का अध्यक्ष है तथा इस नाते सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है I इस संगठन में शामिल विश्व के देशों के राष्ट्राध्यक्ष भारत पहुंचने लगे हैं I रूस तथा चाइना के राष्ट्रपति इस वर्ष इस सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे ,रूस की तरफ से उनके विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव इस सम्मेलन मैं शामिल होंगे जबकि चीन का प्रतिनिधित्व वहा के प्रधानमंत्री ली कियांग करेंगे Iजानते हैं इस सम्मेलन से संबंधित सभी महत्वपूर्ण तथा रोचक बातें I

जी20 (G20) क्या है
G20 को ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (Group of 20 ) कहा जाता है इसमें 19 देश तथा यूरोपीय संघ शामिल है विकसित और विकासशील देशों का यह अनूठा गठबंधन है जो विश्व की आर्थिक समस्याओं तथा ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा करता है I इसकी स्थापना 1999 में की गई थी तथा इसका पहला सम्मेलन 2008 में अमेरिका के शहर वॉशिंगटन डीसी में हुआ था I भारत 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक G20 की अध्यक्षता करेगा।
अभी 20 सदस्य देशों के अलावा 9 मेहमान देश एवम 14 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि दिल्ली पहुंच रहे है।
जी20 संक्षिप्त परिचय
संगठन | G20 |
पूरा नाम | ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (Group of 20 ) |
सम्मिलित देश | 19 देश तथा यूरोपीयन यूनियन |
स्थापना | 26 सितंबर 1999 |
स्थापना स्थल | जर्मनी |
उद्देश्य | वैश्विक आर्थिक मुद्दों पर चर्चा |
G20 की विशेषता | विश्व की दो तिहाई आबादी यहां रहती है विश्व की 85 % जीडीपी एवं वैश्विक व्यापार का 75% G20 देशों में है I |
2023 शिखर सम्मेलन | दिल्ली भारत में हो रहा |
दिनांक | 9 से 10 सितंबर 2023 |
अध्यक्षता | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
जी20 स्थापना (ऐतिहासिक पृष्ठभूमि)
G20 जी 20 की स्थापना के बारे में जानने के लिए हमें इतिहास में पीछे जाना पड़ेगा 1997 में थाईलैंड ने अपनी मुद्रा थाई मुद्रा बाट (Baht) का अवमूल्यन कर दिया मतलब उसने अपनी मुद्रा का मूल्य गिरा दिया जिससे वह विदेशी निवेश को आकर्षित कर सकें ,उसको देखा देखी अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों ने मुद्रा का अवमूल्यन शुरू कर दिया परंतु इससे निवेश तो नहीं प्राप्त हुआ बल्कि उनकी अर्थव्यवस्था चरमराने लगीI पहले से ही इन देशों पर कर्जा था जिसे वे संभाल नहीं पाए I थाईलैंड ,दक्षिण कोरिया ,इंडोनेशिया इस वित्तीय संकट से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए तथा इस वित्तीय संकट सेपूरी दुनिया पर प्रभाव पड़ाI ऐसे में आईएमएफ ,वर्ल्ड बैंक ने इनकी स्थिति को संभाला तथा इसके पश्चात एक ऐसे संगठन की जरूरत महसूस हुई जहां विकसित और विकासशील दोनों देश आर्थिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए इकट्ठा हो जिससे भविष्य में ऐसे वित्तीय संकटों से बचा जा सके I
1999 में G7 की जर्मनी के कोलोन में बैठक के दौरान G20 की परिकल्पना की गई तथा 26 सितंबर 1999 को औपचारिक रूप से G7 के वित्त मंत्रियों और उनके केंद्रीय बैंकों के गवर्नरो की बैठक में जर्मनी में G20 का गठन हुआ I 2007-08 की मंदी के दौरान इसकी उपयोगिता को समझते हुए संगठन को राष्ट्र प्रमुखों के स्तर का बनाने की कवायद शुरू हो गई तथा 2008 से हर वर्ष इसका सम्मेलन शुरू होने लगा I पहला सम्मेलन 2008 में वाशिंगटन डीसी में हुआ थाI
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G20 जी20 उद्देश्य
- प्रारंभ मैं इसका उद्देश्य एशियाई वित्तीय संकट के पश्चात वैश्विक आर्थिक व वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करना
- शुरुआत में इसका मुख्य उद्देश्य आर्थिक मुद्दों पर चर्चा करना था परंतु अब विभिन्न वैश्विक समस्याओं जैसे जलवायु परिवर्तन, व्यापार, सतत विकास ,स्वास्थ्य ,उर्जा , भ्रष्टाचार विरोध इत्यादि पर भी चर्चा होती है I
2023 के दिल्ली जी 20 सम्मेलन के मुख्य उद्देश्य
- एक पृथ्वी के रूप मैं हरित पहल को बढ़ावा देना
- एक परिवार के रूप मै समावेशी विकास को बढ़ावा देना
- एक बेहतर भविष्य के लिए प्रौद्योगिकी को समन्वित करना
G20 शिखर सम्मेलन
क्रम संख्या | स्थान/देश | दिनांक |
1 | वॉशिंगटन डीसी /संयुक्त राज्य अमेरिका | 4 से 15 नवंबर 2008 |
2 | लंदन / यूनाइटेड किंग्डम | 2 अप्रैल 2009 |
3 | पिट्सबर्ग/ संयुक्त राज्य अमेरिका | 24 से 25 सितंबर 2009 |
4 | टोरंटो /कनाडा | 26 से 27 जून 2010 |
5 | सियोल/दक्षिण कोरिया | 11 से 12 नवंबर 2010 |
6 | कान /फ्रांस | 3 से 4 नवंबर 2011 |
7 | सैन जोस डेल काबो, लॉस काबोस/ मेक्सिको | 18 से 19 जून 2012 |
8 | सेंट पीटर्सबर्ग /रूस | 5 से 6 सितंबर 2013 |
9 | ब्रिसबेन /ऑस्ट्रेलिया | 15 से 16 नवंबर 2014 |
10 | सेरिक, अंताल्या /तुर्कीए | 15 से 16 नवंबर 2015 |
11 | हांगझोऊ/ चीन | 4 से 5 सितंबर 2016 |
12 | हैमबर्ग /जर्मनी | 7 से 8 जुलाई 2017 |
13 | ब्यूनस आयर्स /अर्जेंटीना | 30 नवंबर -1 दिसंबर 2018 |
14 | ओसाका/ जापान | 28-29 जून 2019 |
15 | रियाद /सऊदी अरब | 21 से 22 नवंबर 2020 |
16 | रोम/ इटली | 30 से 31 अक्टूबर 2021 |
17 | बाली /इंडोनेशिया | 15 से 16 नवंबर 2022 |
18 | दिल्ली /भारत | 9 से 10 सितंबर 2023 |
19 | रियो डी जेनेरियो /ब्राजील | 2024 प्रस्तावित |
20 | साउथ अफ्रीका | 2025 प्रस्तावित |
21 | यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका | 2026 प्रस्तावित |
G20 जी20 ट्रोइका क्या होता है
जी के संदर्भ में ट्रोइका का मतलब पिछला अध्यक्ष,वर्तमान अध्यक्ष तथा अगले साल अध्यक्ष बनने वाले देश के सम्मिलित समूह को कहा जाता है I अभी इंडोनेशिया भारत तथा ब्राजील इसमें शामिल है I


G20 2023 का प्रतीक चिन्ह
भारत में इस वर्ष होने वाले जी20 के शिखर सम्मेलन मैं प्रतीक चिन्ह के रूप में राष्ट्रीय पुष्प कमल के साथ पृथ्वी को जुड़ा हुआ दिखाया गया तथा भारत के राष्ट्रीय झंडे के तीनो रंगो केसरिया सफेद तथा हरा के अलावा नीले रंग का प्रयोग किया गया है तथा “वसुधैव कुटुंबकम -एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य” लिखा गया है I
G20 जी20 सदस्य देश एवं राजधानी एवं उनके प्रमुख
G20 में शामिल सभी देशों तथा उनकी राजधानी एवं उनके प्रमुख का विवरण इस प्रकार है I
जी20 सदस्य देश | राजधानी | प्रमुख |
अर्जेंटीना | बुएनोस आइरिस | राष्ट्रपति मैरिसियो मैक्री |
ऑस्ट्रेलिया | कैनबरा | प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस |
ब्राज़ील | “ब्राजीलिया’ | राष्ट्रपति जैर बोल्सनारो |
कनाडा | ओटावा | प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो |
चीन | बीजिंग | राष्ट्रपति शी जिनपिंग |
फ़्रांस | पेरिस | राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन |
जर्मनी | बर्लिन | चांसलर ओलाफ शोल्ज |
भारत | दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
इंडोनेशिया | जकार्ता | राष्ट्रपति जोको विडोडो |
इटली | रोम | प्रधानमंत्री जियॉर्जिया मेलोनी |
जापान | टोक्यो | प्रधानमंत्री फ़ुमिओ किशिदा |
रिपब्लिक ऑफ़ कोरिया | सियोल | राष्ट्रपति यून सुक येओल |
मेक्सिको | मेक्सिको सिटी | राष्ट्रपति एंद्रेस मैनुएल लोपेज़ ओब्रादोर |
रूस | मास्को | राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन |
सऊदी अरब | रियाद | राजा सलमान |
दक्षिण अफ्रीका, | केपटाउन | राष्ट्रपति माटेमेला सिरिल रामफोसा |
तुर्किए | अंकारा | राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन |
यूनाइटेड किंगडम | लंदन | प्रधानमंत्री ऋषि सुनक |
अमेरिका | न्यूयॉर्क | राष्ट्रपति जो बाइडन |
यूरोपियन यूनियन | ब्रसेल्स | उर्सुला वॉन डेर लेयेन |


G20 की कार्यशैली
G20 की कार्यशैली को दो भागों में बांटा जाता है
पहली इसे वित्त ट्रैक कहा जाता है इसमें सदस्य देशों के वित्त मंत्री तथा सेंट्रल बैंक के गवर्नर सदस्य के रूप में होते हैं I यह वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आते हैं I
दूसरे को शेरपा ट्रैक कहा जाता है जिसका नेतृत्व शेरपा द्वारा किया जाता है यहां पर शेरपा का मतलब नेताओं के निजी प्रतिनिधि होता हैं I यह शेरपा वर्ष के दौरान हुई वार्ता का पर्यवेक्षण करते हैं सम्मेलन के एजेंडे पर बातचीत करते हैं तथा जी20 के मूल कार्य को पूरा करने का कार्य करते है।
G20 का कोई भी मुख्यालय नहीं है इसकी अध्यक्षता ट्रोइका द्वारा समर्थित होती है I
G20 मै जारी हुआ साझा घोषणा पत्र
भारत ने अपनी कूटनीतिज्ञता का परिचय देते हुए सभी देशों से साझा घोषणा पत्र जारी करने हेतु सहमति प्राप्त कर ली। प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली घोषणा पत्र जारी करने का प्रस्ताव रखा जिसे सभी देशों ने मान लिया।इसके प्रमुख बिंदु इस प्रकार है
- प्रत्येक देश अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का पालन करते हुए दूसरे देशों की क्षेत्रीय अखंडता संप्रभुता का सम्मान करेंगे ताकि शांति कायम रहे।
- जी20 में अफ्रीकी यूनियन को नया सदस्य बनाने का प्रस्ताव पास हो गया।
- भारत ने ग्लोबल बायो फ्यूल एलायंस (जी बी ए) बनाने का एलान किया। अमेरिका ,इटली ,ब्राजील, बांग्लादेश ,यूएई जैसे देश इसमें शामिल हुए।
- भारत – पश्चिम एशिया -यूरोप कारीडोर स्थापित करने का जिक्र हुआ,इससे ट्रेन के द्वारा भारत से खाड़ी देशों के प्रमुख शहरों से होते हुए इटली, फ्रांस या दूसरे यूरोपीय देशों तक जा पाएंगे।
जी20 का शिखर सम्मेलन 2023 मैं कहा होगा
भारत की राजधानी दिल्ली मैं 9 से 10 सितंबर तक
जी20 मैं भारत के शेरपा कौन है
जी20 सम्मेलन के लिए भारत के शेरपा अमिताभ कांत है।
जी20 का अगला सम्मेलन 2024 मैं कहा होगा
ब्राजील में
जी20 2023 की अध्यक्षता कौन करेगा
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2023 मै जी20 की अध्यक्षता करेंगे
जी20 में किन देशों को समूह मैं शामिल करने की संभावना है
अफ्रीकी देशों को जी20 समूह मै शामिल करने की संभावना है