मेरा गांव मेरी धरोहर योजना I Mera Gaw Meri Dharohar I MGMD I MERA GAW MERI DHAROHAR HINDI MAI I GOVT SCHEMESI PM MODI YOJNAYE I CENTRAL GOVT SCHEME I 2023
भारत गांवों का देश है हर एक गांव की अपनी खासियत अपनी एक विशेष पहचान होती है I गांव की विभिन्न संस्कृतियों को देश के हर एक नागरिक तक पहुंचाने के लिए मेरा गांव मेरी धरोहर योजना भारत सरकार के द्वारा शुरू की गई है I 27 जुलाई 2023 को गृहमंत्री/सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मेरा गांव मेरी धरोहर योजना का उद्घाटन किया I आइए जानते हैं इस योजना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण व रोचक जानकारियां I
मेरा गांव मेरी धरोहर योजना संक्षिप्त परिचय
मेरा गांव मेरी धरोहर योजना डिजिटल माध्यम से गांव की संस्कृति को लोगों तक पहुंचाने का डिजिटल मंच प्रदान करता है I यह योजना सांस्कृतिक मंत्रालय के अंतर्गत आती है I गांव के जीवन ,उनकी खासियत, उनकी जो विशेष पहचान है उसे इस योजना के माध्यम से संस्कृति मंत्रालय लोगों को रूबरू कराएगी I इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र का सहयोग भी लिया जाएगा I
योजना का नाम | मेरा गांव मेरी धरोहर |
उद्घाटन किसने किया | गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा |
मंत्रालय जिसके अंतर्गत योजना आएगी | सांस्कृतिक मंत्रालय |
यह किस मिशन के अंतर्गत आती है | राष्ट्रीय सांस्कृतिक मानचित्रण मिशन |
योजना का उद्देश्य | ग्रामीण समुदाय की संस्कृति को डिजिटल माध्यम से देश के नागरिकों को अवगत कराना |
कौन सा संगठन इसमें सहयोग करेगा | इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र |
डिजिटल मंच की वेबसाइट | www.mgmd.gov.in |
कितने गांव को जोड़ेंगे | 6.50 लाख गांव को |
ऐसे ही अन्य जानकारियों के लिए | sarakariyojnayeinhindi.com |

मेरा गांव मेरी धरोहर योजना उद्देश्य
इस योजना के प्रमुख उद्देश्यों का विवरण इस प्रकार है :
- इस योजना के द्वारा भारत के गांवों का सांस्कृतिक रूप से मानचित्रण किया जाएगा दूसरे शब्दों में गांव की कला, शिल्प ,मेले ,मंदिर रहन – सहन जैसी अनेक रोचक जानकारियां डिजिटल पोर्टल पर उपलब्ध रहेंगी जिससे सभी भारतीयों को इनका पता चल पाएगा I
- कलाओं के संरक्षण में लगे हुए कलाकारों तथा शिल्प कारों के साथ-साथ कला परंपराओं एवं सांस्कृतिक प्रथाओं का सांस्कृतिक मानचित्रण करना I
- भारत के विभिन्न समुदायों की सांस्कृतिक विरासत के बारे में जागरूकता पैदा करना इस योजना का प्रमुख उद्देश्य है I
- कला में ज्ञान के प्रसार तथा कलाकारों के लिए विभिन्न सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लिए एक मंच प्रदान करना
मेरा गांव मेरी धरोहर योजना विशेषताएं
- जैसा कि योजना का उद्देश्य आपने पढ़ा कि गांव का सांस्कृतिक रूप से मानचित्रण किया जाएगा इस मानचित्रण में क्या होगा ? इसके बारे में समझते हैं I सांस्कृतिक मानचित्रण में ग्रामीण क्षेत्रों की भौगोलिक ,विकासात्मक और सांस्कृतिक प्रोफाइल को कवर किया जाएगा जिनमें गांव की कहानियां, उनका पारंपरिक ज्ञान, उनकी परंपराएं ,वहां के रीति- रिवाज, अलग प्रकार के आभूषण ,खानपान ,मेले और त्यौहार ,गांव के देवी -देवता ,वहां के प्रमुख भौतिक और ऐतिहासिक स्थलों की जानकारियां, वास्तुकला ,पूजा का स्थल,लोक गीत ,लोक नृत्य, लोक कथाएं ,वहां का हस्तशिल्प जैसी कई जानकारियां पोर्टल में अपलोड की जाएंगीI
- यह योजना अखिल भारतीय परियोजना है इसमें देश के 28 राज्यों 8 केंद्र शासित प्रदेशों को जोड़ा जाएगा जिसमें 6.50 लाख गांव की संस्कृति का विवरण मिलेगाI
- 200000 से अधिक गांव का मानचित्रणमें पहले ही किया जा चुका है जिनकी जानकारी वेबसाइट www.mgmd.gov.in पर आपको मिल जाएगीI
- 750 से ज्यादा गांव का वीडियो इसमें आपको प्राप्त होगा ;यह वीडियो 360-degree पर शूट किया हुआ होगाI
- इस कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने विभिन्न ग्रामीण लोगों से डिजिटल बातचीत भी कीI
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) इस परियोजना को सफल बनाने के लिए सहयोग कर रहा है IGNCA की विशेषज्ञता का लाभ इस कार्यक्रम को मिल रहा है , जिससे जानकारियों को रोचक व सटीक तरीके से लोगों के सामने प्रस्तुत किया जा रहाI
- इससे लोगों को अपनी ग्रामीण संस्कृतियों व धरोहरों पर गर्व करने का मौका मिलेगाI
- मेरा गांव मेरी धरोहर योजना राष्ट्रीय सांस्कृतिक मानचित्रण मिशन (National Mission on Cultural Mapping -NMCM) का एक घटक है ; इसे आजादी के अमृत महोत्सव के एक भाग के रूप में शुरू किया गया हैI
मेरा गांव मेरी धरोहर योजना के अंतर्गत क्या क्या कार्य होंगे
मेरा गांव मेरी धरोहर योजना की सफलता के लिए विभिन्न कार्यक्रमों की सहायता ली जाएगी जिसमें प्रमुख है
- सांस्कृतिक प्रतिभा खोज जिसके अंतर्गत राष्ट्रीय सांस्कृतिक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा व प्रतिभाओं को खोजा जाएगाI
- हमारी संस्कृति हमारी पहचान अभियान इसके अंतर्गत कला प्रथाओं परंपराओं का सांस्कृतिक मानचित्रण मतलब डिजिटली अपलोड किया जाएगा इसमें भी कलाकारों और शिल्पकार की पहचान की जाएगी I
- तीसरा राष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यस्थल (एनसी डब्लू पी ) इसमें शिल्पकारों और कलाकारों के लिए एक इंटरएक्टिव वेब पोर्टल शुरू किया जाएगा I
- कलाकारों को एक विशिष्ट पहचान कोड दिया जाएगा व उनका पंजीकरण किया जाएगा
- सरकार के विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से उनको लिंक किया जाएगा
- सांस्कृतिक कार्यक्रम, शिल्प उत्पादों ,कलाकारों की कार्यशाला को इसमें अपलोड भी किया जाएगा जिससे लोगों तक इन कलाओं के बारे में विस्तृत जानकारी पहुंच पाए वह भी वीडियो के माध्यम से I
मेरा गांव मेरी धरोहर योजना में शामिल कुछ प्रमुख गांव की रोचक जानकारियां
1-शनि शिगनापुर, अहमदनगर,महाराष्ट्र
गाँव में किसी भी घर में दरवाजे नहीं हैं क्योंकि उनका मानना है कि भगवान शनि उन्हें चोरी और डकैती से बचाएंगे। गाँव में एक प्रसिद्ध शनि मंदिर भी है I भगवान शनि की शीला के ऊपर कोई छप्पर नहीं है माना जाता है कि पूरा आसमान उनकी छत है I खुले प्रांगण में शनि जी की का यह मंदिर अपने आप में अनूठा है I
2-तिरुचिगाडी, नीलगिरि,तमिलनाडु
यह गांव महिला कुम्हार समुदाय के लिए प्रसिद्ध है। दक्षिणी भारत के नीलगिरि पर्वतों में। केवल कोटा जनजाति की महिलाएँ ही मिट्टी के बर्तन बनाने के काम में लगी हुई हैं I
इस प्रकार अपने ग्रामीण परिवेश अपनी संस्कृति अपनी कलाओं के बारे में डिजिटल ज्ञान अर्जित करने के लिए यह एक उत्तम माध्यम है और सरकार की प्रशंसनीय पहल है I लोक कलाकारों ,शिल्प उत्पादों, सांस्कृतिक परंपराओं को डिजिटल क्रांति के युग में एक मंच प्रदान करना अपने आप में पुण्य का काम है ;इससे उभरती हुई प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा और आत्मनिर्भर हो पाएंगे I उनके ज्ञान से हमारी आने वाली पीढ़ियों को तो लाभ मिलेगा ही दुनिया को भी हमारे विस्तृत कल्चर के बारे में जानकारियां प्राप्त होंगी I इस योजना के बारे में और अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जरूर जाएं ,उसमें आपको काफी अच्छे-अच्छे वीडियो प्राप्त होंगे और अपने देश के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों के बारे रोचक जानकारियां प्राप्त होंगी I
आपको यह लेख कैसा लगा इसके बारे में अपने अनमोल विचार जरूर रखें जो भी कमियां हो के बारे में भी हमें अवगत कराएं ताकि भविष्य में हम और अच्छी जानकारियां आप तक पहुंचा पाए I